यतो विघ्ननाशो यतः कार्यसिद्धिः, सदा तं गणेशं नमामो भजामः।।अर्थ ..
जिनकी कृपा से मोक्ष की इच्छा रखने वालों की अज्ञानमय बुद्धि का नाश होता है, जिनसे विघ्न-बाधाएं दूर हो जाती हैं और कार्य में सफलता मिलती है, ऐसे गणेश जी का हम सदैव नमन करते हैं, उनका भजन करते हैं ।
परिवार में प्रेम,एकता एवं सामुहिकता है क्योंकि गणेश जी भी इसी का समर्थन करते हैं। परिश्रम से कमाई और बुद्धि से बचत की जाती है। जब सफ़लता मिलती है तो समानताआती है। गणेशजी की दोनों पत्नियां इसका साक्ष्य है। जहां संतुष्टि की भावना होती है वहां गणेशजी सदा निवास करते हैं। जब हम अपने मन को नियंत्रित कर लेते हैं तो गणेशजी वहां अवश्य निवास करते हैं।
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